
लिवर कई कारणों से खराब हो सकता है जैसे हेरिडिटी (परिवार के किसी सदस्य से प्राप्त), विषाक्तता (किसी केमिकल या वायरस के कारण) या किसी लंबी बीमारी के कारण जो आपके लिवर को पूरी ज़िन्दगी के लिए प्रभावित कर सकती है। लिवर शरीर को भोजन के पाचन में, पोषक तत्वों के अवशोषण में तथा विषारी तत्वों को शरीर से बाहर निकालने में सहायक होता है। पेट में स्थित इस अंग के बिना आप जीवित नहीं रह सकते।
लिवर शरीर का सबसे महत्वपूर्ण और बड़ा अंग होता है। यदि इसमें किसी भी प्रकार का इंफेक्शन या खराबी आ जाती है तो, शरीर में कई प्रकार के लक्षण दिखाई देने शुरू हो जाते हैं। हमारे देश में बहुत से लोग हैं जिन्हें लिवर की समस्या है किन्तु उनका इलाज ठीक से नहीं हो पाता। लिवर की बीमारी ज्यादातर उन्हीं को होती है जो मोटे होते हैं या फिर शराब का सेवन अधिक करते हैं।
आज के जमाने में लिवर का रोग अब बुजुर्गों तक सीमित नहीं रह गया है बल्कि यह अब कम उम्र के लोगों में भी होने लगा है। ये बहुत ही कम लोग जानते हैं कि लिवर जब 80% तक डैमेज हो चुका होता है तब जा कर इसके लक्षण दिखाई देने शुरू होते हैं। यदि आप इन लक्षणों को सही समय पर पहचान लेगें तो आप अपनी जान बचा सकते हैं। आइये जानते हैं जब लिवर खराब होता है तो शरीर में क्या क्या लक्षण दिखाई देते हैं। हाँ दस लक्षण बताए गए हैं जो लिवर खराब होने का संकेत देते हैं….
1. पेट पर सूजन
सिरोसिस लिवर की एक गंभीर बीमारी है जिसमें पेट में एक द्रव्य बन जाता है (इस स्थिति को अस्सिटेस कहा जाता है) क्योंकि रक्त और द्रव्य में प्रोटीन और एल्बुमिन का स्तर रह जाता है। इसके कारण ऐसा लगता है कि रोगी गर्भवती है।
2. पीलिया
जब त्वचा रंगरहित तथा आँखें पीली दिखती हैं तब यह लिवर खराब होने का लक्षण होता है। त्वचा तथा आँखों का इस प्रकार सफ़ेद और पीला होना यह दर्शाता है कि रक्त में बिलीरूबिन ( एक पित्त वर्णक) का स्तर बढ़ गया है तथा इसके कारण शरीर से व्यर्थ पदार्थ बाहर नहीं निकल पाते। शरीर पर अगर है इन 8 जगहों पर तिल तो कितना भी कर लो नहीं… कोरोना वायरस: दाढ़ी भी कर सकती है आपको संक्रमित, जानें कैसे करें…
3. पेट में दर्द
पेट में दर्द, विशेषत: पेट के ऊपरी दाहिने भाग में या पसलियों के नीचे दाहिने भाग में दर्द लिवर के खराब होने का लक्षण है।
4. मूत्र में परिवर्तन
शरीर में बहने वाले रक्त में बिलीरूबिन का स्तर बढ़ जाने के कारण मूत्र का रंग गहरा पीला हो जाता है, तथा जिसे खराब लिवर किडनी के द्वारा बाहर निकलने में असमर्थ होता है। क्या होता है शेड्यूल सेक्स, इसके भी है बेहतरीन फायदे जानें चाणक्य के मुताबिक कौन से पुरुष प्यार के मामले में कभी नहीं…
5. त्वचा में जलन
त्वचा में खुजली जो जाती नहीं है तथा त्वचा पर रैशेस (लालिमा) लिवर खराब होना का एक अन्य लक्षण है क्योंकि त्वचा की सतह पर पाए जाने वाले द्रव्य में कमी आ जाती है जिसके कारण त्वचा मोटी, छिलके वाली हो जाती है तथा त्वचा पर खुजली वाले चकत्ते आ जाते हैं।
6. मल में परिवर्तन
लिवर खराब होने के कारण मल उत्सर्जन में बहुत परिवर्तन होता है जैसे कब्ज़, इरिटेबल बाउल सिंड्रोम या मल के रंग में परिवर्तन, काले रंग का मल या मल में रक्त आना। लॉकडाउन के कारण मंदिर रहेंगे बंद, इस विधि से घर पर ही करें… बोल्ड लारा दत्ता का स्टाइलिश लुक, फैशन में सबसे आगे- फैंस के लिए…
7. जी मिचलाना
पाचन से संबंधित समस्याएं जैसे अपचन और एसिडिटी के कारण लिवर खराब हो सकता है जिसके कारण उल्टियां भी हो सकती हैं।
8. भूख कम लगना
लिवर खराब होने के कारण लिवर फेल भी हो सकता है तथा उपचार न करवाने पर भूख कम लगती है जिसके कारण वज़न कम होता जाता है। ऐसे मामलों में जहाँ रोगी बहुत अधिक अशक्त हो जाता है उन्हें नस के माध्यम से पोषक तत्व दिए जाते हैं। लॉकडाउन 2 में पार्टनर के साथ बिता रहे कई घंटे, मनाएं स्पेशल- पति… महेंद्र सिंह धोनी की पत्नी साक्षी धोनी फैशन में देती हैं एक्ट्रेस को टक्कर…
9. द्रव प्रतिधारण
सामान्यत: तरल पदार्थ पैरों, टखनों और तलुओं में जमा होता है। इस स्थिति को ऑएडेम कहा जाता है जिसके कारण लिवर गंभीर रूप से खराब हो सकता है। जब आप त्वचा के सूजे हुए भाग को दबाते हैं तो आप देखेंगे कि उंगली उठाने के बाद भी बहुत देर तक वह स्थान दबा हुआ रहता है।
10. थकान
लिवर खराब होने के बाद जब फेल होने की स्थिति में आता है तो चक्कर आना, मांसपेशियों की तथा दिमागी कमज़ोरी, याददाश्त कम होना तथा संभ्रम (कन्फ्यूज़न) होना तथा अंत में कोमा आदि समस्याएं हो सकती हैं।
11. आंखों में पीलापन आना
लिवर खराब होने के लक्षण में सबसे पहले आंखों, त्वचा और नाखूनों का रंग पीला पड़ने लगता है। यही नहीं इसके साथ पेशाब का रंग भी पीला हो जाता है। यह बाइल जूस के अत्यधिक प्रोडक्शन की वजह से होता है।
यूं हफ्ते भर में पहले जैसा साफ़ कर सकते हैं अपना लीवर
लौकी का जूस
इसे बनाने के लिए आपको जरूरत होगी; लौकी, हल्दी, धनिया, नींबू, काले नमक और गिलोय की. लिवर की गंदगी को बाहर निकालने के लिए ये सारे ही खाद्य पदार्थ बहुत कारगर होते हैं. इनसे न केवल लिवर की गंदगी बाहर निकल जाती है बल्कि ये सारे ही शरीर के लिए इम्यूनिटी बूस्टर का काम भी करते हैं.
ऐसे करें तैयार-
सबसे पहले लौकी को छील लें. इसके बाद लौकी और धनिया को ग्राइंड करके 1 गिलास जूस निकालें. फिर इसमें 1 चम्मच हल्दी, 1 चम्मच काला नमक, 1 चम्मच नींबू का रस और 30 मिली गिलोय का रस मिलाएं. इसे अच्छे से मिला लें. इस तरह से तैयार है आपका जूस जो आपको लिवर से विषैले टॉक्सिन निकालने में मदद करेगा. बस रोज खाली पेट इसका सेवन करें. ज्यादा बेहतर होगा अगर आप सवेरे इस ड्रिंक को पिएं. वैसे इसे भोजन के तुरंत बाद भी पिया जा सकता है. रोज इस ड्रिंक का सेवन करने से न सिर्फ लिवर से टॉक्सिन बाहर निकल जाते हैं बल्कि इम्यून सिस्टम भी ठीक रहता है.
गाजर-आंवले का जूस
गाजर का जूस बनाने के लिए जरूरत होगी, 150 मिली गाजर के जूस की, 20 मिली आंवले के जूस की और सेंधा नमक की. तीनों को मिला लें और रोजाना नाश्ते के साथ इस जूस का सेवन करें. यह लिवर को डिटॉक्स करने के साथ लिवर की सूजन को भी 1 हफ्ते में कम कर देता है. इसके अलावा यह जूस आपकी लिवर की समस्याओं को भी दूर करता है.
पालक और चुकंदर का जूस
इसे बनाने को पालक के पत्तों का 100 मिली जूस निकालें. इसमें 30 मिली चुकंदर का जूस और चुटकी भर काली मिर्च मिलाएं. खाने के बाद रोजाना इसका सेवन करें. इसके सेवन से लीवर तो ठीक होता है, साथ ही खून की कमी भी पूरी हो जाती है. अगर आप इस जूस को बच्चों को देना है तो इसमें गाजर और अनार का जूस भी डाल सकते हैं.
3 दिन में करेगी लिवर की सफाई, किशमिश से बनाएं ये हेल्दी ड्रिंक
शरीर से विषाक्त पदार्थ या गंदगी बाहर निकालने के लिए आप एक खास ड्रिंक की मदद ले सकते हैं। ये ड्रिंक बनती है किशमिश से और इसे पीने से सिर्फ 3 दिन में ही आपके लिवर की सारी गंदगी साफ हो जाती है। इसे बनाना भी बेहद आसान है। आइये आपको बताते हैं किशमिश से लिवर डिटॉक्स करने की ड्रिंक बनाने की विधि।
किशमिश के पानी में भरपूर विटामिन्स और मिनरल्स होते हैं जो हेल्थ के लिए बेनिफिशियल हैं। किशमिश एनर्जी से भरपूर लो फैट फूड है इसमें काफी मात्रा में आयरन, पोटैशियम, विटामिन और एंटी ऑक्सीडेंट्स होते हैं। इसको पानी में भिगोने पर इसके फायदे ओर भी बढ़ जाते हैं। यदि किशमिश के पानी का हम हर सुबह खाली पेट सेवन करे तो हमे कई तरह के फायदे होते है।
ड्रिंक बनाने के लिए सामग्री
2 कप (लगभग 400 मिलीग्राम) पानी
150 ग्राम किशमिश
ड्रिंक कैसे बनाएं
गहरे रंग की 150 ग्राम किशमिश को अच्छी तरह धोकर साफ कर लें। 2 कप पानी को उबालने के लिए रख दें। जब पानी उबलने लगे, तो इसमें किशमिश डाल दें। 20 मिनट तक उबालने के बाद आंच बंद कर दें। अब किशमिश को रात भर के लिए इसी पानी में छोड़ दें। सुबह तक ये ड्रिंक तैयार हो जाता है।
कैसे करें इस ड्रिंक का सेवन
सुबह खाली पेट नाश्ते से आधे घंटे पहले इस पानी को लें और किशमिश को इसमें से छानकर अलग कर लें। अब इस पानी को पी लें और किशमिश को नाश्ते में चबाकर खाएं। केवल 3 दिन के प्रयोग से ही आपके लिवर में मौजूद सभी विषाक्त पदार्थ शरीर से बाहर निकल जाएंगे और आपका लिवर पूरी तरह साफ हो जाएगा।
और भी हैं इस ड्रिंक के फायदे
किशमिश के पानी में मौजूद एंटी ऑक्सीडेंट्स बॉडी के सेल्स को हेल्दी बनाकर कैंसर जैसी बीमारियों से बचाते हैं। किशमिश के पानी में अमीनो एसिड्स होते हैं जो एनर्जी देते हैं। थकान और कमजोरी दूर करने में मददगार हैं। इस पानी में विटामिन A, बीटा केरोटीन और आंखों के लिए फायदेमंद फायटोन्यूट्रिएंट्स होते हैं। इससे नज़र की कमजोरी दूर होती है। किशमिस का पानी मेटाबॉलिज़्म अच्छा करके फैट बर्निंग प्रोसेस को तेज़ करता है। इससे वेट लॉस में मदद मिलती है। किशमिश के पानी में भरपूर कैल्शियम होता है। ये हड्डियों को मजबूत बनाता है। आर्थराइटिस और गठिया से बचाता है। किशमिश में मौजूद सॉल्युबल फाइबर्स पेट की सफाई करके गैस और एसिडिटी से छुटकारा दिलाते हैं। किशमिश के पानी में आयरन, कॉपर और B कॉम्प्लेक्स की भरपूर मात्रा होती है। ये खून की कमी दूर करके रेड ब्लड सेल्स को हेल्दी बनाता है।
लीवर को साफ करने के लिए खाएं ये चीजें
आज हम आपको मुख्य रूप से उन खाद्य पदार्थों की जानकारी देंगे जो आपके जिगर को साफ करने में मदद करेंगे। यह सामान्य स्वास्थ्य को बढ़ावा देने का सबसे आसान तरीका है जिससे आप अपने जिगर की सफाई कर संपूर्ण स्वास्थ्य लाभ पा सकते हैं। क्योंकि हमारा स्वास्थ्य मुख्य रूप से जिगर के स्वास्थ्य पर निर्भर करता है। आइए जानते हैं उन खाद्य पदार्थों को जो लीवर को साफ करने में मदद करते हैं।
1- नींबू में विटामिन सी पाया जाता है जो की मुख्य रूप से खट्टे फलों में मिलता है। यह शरीर से विषाक्त पदार्थ को बाहर निकालने में शरीर की सहायता करता है। इसलिए आप सुबह पानी पीने के साथ यदि उसमें थोड़ा सा नींबू का रस मिला लेते हैं तो आप सुबह-सुबह अपने लीवर को उत्तेजित कर सकते हैं और उसमें उपस्थित विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में लीवर की मदद कर सकते हैं।
2- हल्दी का उपयोग कर आप लीवर की सफाई बड़े ही आसानी से कर सकते हैं क्योंकि हल्दी जिगर का पसंदीदा मसाला है। आप हल्दी का इस्तेमाल दाल के साथ या घर में बन रही सब्जियों के साथ करके अपने लिवर को डिटॉक्स कर सकते हैं।
हल्दी कई एंजाइमों की सहायता से लीवर की विषाक्तता को ठीक करने में मदद करती है और शरीर से आहार में पाए जाने वाले विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में लीवर की सहायता करती है।
यह सुनहरा मसाला सभी प्रकार के व्यंजनों में बहुत अच्छा लगता है और आप अपने खाने में हल्दी का सेवन बढ़ा सकते हैं बस आपको इस बात का ध्यान रखना है कि जो हल्दी आप उपयोग करते हैं वह उच्च गुणवत्ता वाली हो और उसमें किसी भी प्रकार की मिलावट ना हो। क्योंकि हल्दी एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट(Antioxidant) का कार्य करती है जिसमें रोगों से लड़ने की क्षमता से लेकर लीवर को ठीक करने तक के गुण होते हैं।
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3- लहसुन की छोटी-छोटी पोथियों में जिगर को सक्रिय करने की क्षमता होती है जिससे निकलने वाले एंजाइम शरीर में पाए जाने वाले विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करते हैं लहसुन में अधिक मात्रा में एलिकिन और सेलेनियम पाया जाता है यह दोनों प्राकृतिक योगिक लीवर की सफाई में सहायता प्रदान करते हैं।
4- विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट ( vitamin C and antioxidants) दोनों से भरपूर अंगूर, संतरे, नींबू जैसे खट्टा फल यकृत की प्राकृतिक सफाई करने की क्षमता रखते हैं। यह लीवर में विषाक्त पदार्थों के लिए एंजाइम का उत्पादन बढ़ाते हैं। इसके लिए आपको एक छोटे गिलास ताजा निकाला हुआ अंगूर के रस का सेवन करना होता है जो कि शरीर से कार्सिनोजेन्स और अन्य विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है।
5- ग्रीन टी यकृत को सबसे अधिक पसंद आने वाली होती है यह एंटीऑक्सीडेंट से भरी होती है जो कि कैटैचिन योगिकों के रूप में जाना जाता है। यह यकृत के फंक्शन को ठीक करने के लिए जाना जाता है। ग्रीन टी अपनी डाइट में शामिल करना अपने स्वास्थ्य को बढ़ाने के साथ-साथ लीवर को स्वस्थ रखने का कार्य भी करती है याद रखें आप की ग्रीन टी से निकाली गई पदार्थ आपको लाभ प्रदान करेंगे ना कि ग्रीन टी के एक्सट्रेक्ट (green tea extract)।
6- ऑलिव ऑयल जिससे कि हम जैतून के तेल के नाम से जानते हैं लीवर को साफ करने के लिए उपयोगी तेल माना जाता है। क्योंकि यह एक लिपिड (Lipid) आधार प्रदान करके लीवर की सहायता करता है जिससे लीवर शरीर से हानिकारक विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में सक्षम होता है। इस प्रकार यह लिपिड आधार प्रदान कर शरीर की सहायता करके शरीर में हानिकारक विषाक्त पदार्थों को अवशोषित होने से रोकता हैं और यकृत के बोझ को कम करता है।
7- पेक्टिन में उच्च (High in pectin)सेब से शरीर के पाचन तंत्र से विषाक्त पदार्थों को साफ किया जा सकता है। सेब में कुछ रासायनिक घटक पाए जाते हैं जो कि विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने का कार्य करते हैं। इसलिए जिगर को इन विषाक्त पदार्थों को हटाने के लिए अधिक कार्य नहीं करना पड़ता है। इस प्रकार यह लीवर को पुनः कार्य में वापस आने के लिए सहायता प्रदान करता है।
8- जिगर को साफ करने में हमारे सबसे शक्तिशाली सहयोगियों में से एक पत्तेदार हरी सब्जियां होती हैं। इन्हें आप कच्ची, आधी पकी हुई या फिर पूरी तरह पका कर खा सकते हैं। पत्तेदार सब्जी में क्लोरोफिल की मात्रा उच्च होती है जो कि हमारे रक्त के प्रभाव को बढ़ाकर हमारे शरीर में रक्त के स्तर को बढ़ाती है और इस प्रकार ब्लड में पाए जाने वाले विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने का कार्य करती है। यह हमारे शरीर में उपस्थित भारी धातु, रसायनों और कीटनाशकों को बेअसर करने में अपनी विशेष क्षमता के कारण यकृत के लिए एक शक्तिशाली सुरक्षा तंत्र प्रदान करती हैं। इसलिए आपको अधिक मात्रा में हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन अपने आहार में करना चाहिए।
इसके लिए आप अपने आहार में पालक, सरसों की साग और कासनी (spinach, mustard greens, and chicory) जैसी पत्तेदार सब्जियों को अपने डाइट में शामिल कर सकते हैं। इनको अपनी डाइट में शामिल करने से आपके शरीर में पित्त का स्त्रावण बढ़ जाएगा जो कि भोजन को पचाने में आवश्यक भूमिका निभाता है और अंगों और खून से कचरे को बाहर करने में हमारी सहायता करता है।
मेरे लिवर में 2016 में 1% ख़राब हो गया था और मैं एडमिट भी हुआ था हॉस्पिटल में तब मै ठीक हुआ था परसनी अभी मेरे को हो रहा हैं कभी कभी मेरे पेट में दर्द होता राईट साइड और अचानक मेरा खाना भी नहीं पचता हैं