
नींबू :
नींबू हर घर में आराम से मिल जाता है। इसलिए बॉडी में जहां पर भी खुज़ली हो रही हो उस जगह पर नींबू और गरी का तेल मिलाकर लगा लें। लगाने के तुरंत बाद खुज़लाये नहीं। थोड़ी देर में आराम मिल जाएगा।
जैतून का तेल :
खुज़ली होने पर गुनगुने पानी से नहाएं और तुरन्त बाद किसी मॉइस्चराइजर या क्रीम का यूज न करते हुए ऑलिव ऑयल यानि जैतून के तेल का इस्तेमाल करें। अच्छे से हल्के – हल्के मालिश करने पर खुज़ली वाली जगह में आराम मिलेगा।
एलोविरा जेल का इस्तेमाल :
घर में लगे एलोविरा के पौधे की पत्ती को काट लें और उसमें से निकलने वाले जेल को खुज़ली वाली जगह पर लगा लें। दिन में कम से कम चार से पांच बार ऐसा करने पर आपको आराम मिलेगा। साथ ही ठीक होने तक लगाने पर बाद में कभी खुज़ली नहीं होगी।
प्योर गरी का तेल :
खुज़ली होने पर गरी का प्योर तेल भी फायदेमंद होता है। इससे ड्राईनेस भी नहीं होती और खुज़ली भी बंद हो जाती है।
देशी घी की मालिश :
शरीर में अचानक से ज्यादा खुज़ली होने पर तुरंत राहत के लिए आप घरों में इस्तेमाल किया जाने वाला देशी घी लगा लें। इससे फटाफट राहत मिलेगी।
ओमेगा 3 ऑयल की मसाज :
आजकल मार्केट में ओमेगा 3 ऑयल आसानी से उपलब्ध है। इसलिए खुज़ली की शिकायत होने पर फटाफट ओमेगा 3 ऑयल से मसाज कर लें। इससे आपको राहत होगी।
खीरे का पानी :
खीरे को बारीक स्लाइस में काटकर दो घंटे के लिए रख दें। पूरा रस निकल जाने के बाद उसे छान लें और खुज़ली वाली जगह पर लगा लें। जरूर आराम होगा।
आटे का लेप :
गेहूं के आटे का लेप करने से शरीर के सारे चर्म रोग दूर हो जाते हैं और खुज़ली में आराम मिलता है।
समुद्र के पानी में स्नान :
यह टिप्स केवल उन्ही लोगों के लाभदायक है जो समुद्र के किनारे के वासी हैं। कहा जाता है कि शरीर में खुज़ली होने पर समुद्र में नहाने से खुज़ली दूर भाग जाती है। इसके पीछे कारण यह माना जाता है कि समुद्र के पानी में नैचुरल मिनरल्स होते हैं और प्योर सॉल्ट भी। लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि आप घर में पानी में नमक मिलाकर नहाने लगे, इससे आपकी त्वचा को और ज्यादा नुकसान होगा।
हरड़ :
हरड़ को बारीक पीस लें। दो चम्मच हरड़ को दो गिलास पानी में उबाल कर रख लें। जहां भी खुज़ली हो, उस पानी को लगा लें कुछ देर में आराम मिल जाएगा।