
पुराने से पुराने एक्जिमा को ख़त्म करेगा ये उपचार !! एक्जिमा एक ऐसा रोग है, जिसमे शरीर की त्वचा में कहीं पर भी लाल या पुराने होने पर हल्के काले रंग के दाग-धब्बे पड़ जाते हैं। इन दाग और धब्बों में काफी खुजली भी होती है। कभी-कभी त्वचा पर छाले (फफोले) भी हो सकते हैं।
एक्जिमा वाले लोगों में अक्सर खुजली, लाल त्वचा और चकते के उत्पन्न होने के साथ-साथ, एलर्जी या अस्थमा रोग का भी कारण बनता है। एक्जिमा को ठीक करना आसान नहीं होता है। अगर इसका उपचार सही ढंग से नहीं किया गया, तो यह शरीर में काफी तेजी से फैलता है।
एक्जिमा का उपचार, 20 ग्राम नीम की छाल, 20 ग्राम पीपल की छाल, 10 ग्राम नौशादर, 20 ग्राम अरंडी का तेल, 2 मदार के पत्ते और 10 ग्राम बबूल की छाल लेनी हैं।
इस सभी सामग्री को धूप में सुखा लें और अरंडी के तेल को छोड़ कर सभी चीजों को आपस में पीस लें। इसके बाद इस मिश्रण को अरंडी के तेल में मिलाकर पेस्ट बना लें। अगर अरंडी का तेल कम पड़े तो उसमे थोड़ा तेल और बढ़ा लें।
अब इस पेस्ट को किसी खुली मुंह की बोतल में भरकर 10 दिन तक धूप में रखें। इसके बाद जो शेष बचे उसे रोजाना सुबह शाम एक्जिमा पर लगाएं। ऐसा करने से एक माह में पुराना से पुराना एक्जिमा ख़त्म हो जाता है। ध्यान रहे एक्जिमा वाले स्थान पर किसी तरह का कोई साबुन आदि न लगाएं।
एक्जिमा त्वचा की सबसे घातक बीमारी है। इससे ग्रस्त व्यक्ति लगातर खुजली और जलन से परेशान हो जाता है। कई बार तो गंभीर घाव भी हो जाते हैं। आज हम आपके लिए लाए हैं एक्जिमा के कारगर घरेलू उपचार…
एलोवेरा (एक्जिमा का उपचार)
एलोवेरा त्वचा को ताजगी देने का सबसे बढ़िया इ लाज है। एक्जिमा के कारण हो रहे त्वचा के सूखेपन को नियंत्रित करने में अद्भुत काम करता है। विटामिन ई के तेल के साथ एलोवेरा मिलाकर लगाने से खुजली को कम करने में मदद मिलेगी। यह त्वचा को पोषण और एक ही समय में सूजन को कम करने में सहायता करेगा। इसके लिए आप एलोवेरा की पत्तियों से जेल निकाल लीजिए और उसमें कैप्सूल से विटामिन ई के तेल को निकाल कर अच्छी तरह से मिला लीजिए। फिर इसे एक्जिमा प्रभावित जगह पर लगाएं और ठंडक के साथ फायदे आप स्वयं महसूस करें।
नीम तेल (एक्जिमा का उपचार)
नीम और नींबौरियों के तेल में दो मुख्य एंटी-इंफ्लेमेटरी कंपाउंड होते हैं। नीम का तेल त्वचा को मॉइश्चराइज करता है, किसी भी दर्द को कम करता है, और संक्रमण के खिलाफ सुरक्षा प्रदान करता है। इसके लिए आप एक चौथाई जैतून का तेल लीजिए और उसमें 10 से 12 नीम तेल बूंदें मिलाएं और प्रभावित जगह पर लगाएं। त्वचा पर सेंसेशन होगा लेकिन यह फायदा करेगा।
शहद और दालचीनी
इसके लिए आप 2 चम्मच शहद तथा 2 चम्मच दालचीनी पाउडर लीजिए और इसे अच्छी तरह मिलाकर उसका पेस्ट बना लीजिए। एक्जिमा प्रभावित जगह को धो लीजिए फिर इस पेस्ट को लगाएं। सूखने के बाद पानी से धो लीजिए। शहद त्वचा की जलन को शांत करता है, सूजन को कम करता है, और उपचार प्रक्रिया को तेज करता है। दालचीनी भी एंटीमाइक्रोबायल एजेंट है। यह एंटीऑक्सीडेंट से समृद्ध है और इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण भी हैं।