
हाई ब्लड प्रेशर इन दिनों आम हो चला है। हाई ब्लड प्रेशर में धमनियों में रक्त का दबाव बढ़ जाता है। दबाव के कारण धमनियों में रक्त प्रवाह सुचारू बनाये रखने के लिए दिल को अधिक काम करना पड़ता है। कई लोग इस समस्या की गंभीरता से अनभिज्ञ होते हैं। हाई बीपी हृदय रोग का कारण हो सकता है। लेकिन कुछ घरेलू उपचार को अपनाकर आप काफी हद तक इस बीमारी से बच सकते हैं।
तरबूज के बीज और खसखस :-
तरबूज के बीज को छीलकर उसके बीच की गिरी और खसखस दोनों को बराबर मात्रा में मिलाकर पीस लें। रोज सुबह-शाम एक चम्मच खाली पेट पानी के साथ लें। एक महीने तक इसका सेवन करें। यह हाई ब्लड प्रेशर के रोगियों के लिए बहुत फायदेमंद होता है।
अदरक:-
अधिक कोलेस्ट्रोल रक्त प्रवाह में अवरोध पैदा करता है। इससे हाई ब्लड प्रेशर की शिकायत हो जाती है। अदरक में एंटीओक्सीडेट्स होते है जो कोलेस्ट्रोल को कम करने में मददगार होते हैं। अदरक से रक्तसंचार में भी सुधार होता है, धमनियों के आसपास की मांसपेशियों को भी आराम मिलता है जिससे हाई ब्लड प्रेशर नीचे आ जाता है।
लालमिर्च:-
धमनियां सख्त होने और उसमें प्लेक जमा होने के कारण रक्तवाहिनियां संकरी हो जाती हैं, जिससे रक्त प्रवाह में रुकावटें पैदा हो जाती हैं। लाल मिर्च का सेवन उदासीन रक्तवाहिनियों को चौड़ा कर रक्त प्रवाह को सुचारू बनाए रखने में मदद करती है। इससे रक्तचाप नियंत्रित हो जाता है।
प्याज का रस:-
प्याज का रस रक्त में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को कम करके ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करता है। प्याज खून साफ कर नर्वस सिस्टम को मजबूत बनाता है। प्याज का रस और शहद बराबर मात्रा में मिलाकर दो चम्मच दिन में एक बार लेना रक्तचाप में फायदेमंद होता है।
नींबू का रस:-
नींबू के रस से रक्त वाहिनियां कोमल व लचकदार हो जाती हैं। इससे रक्तचाप सामान्य बना रहता है। यह हृदयाघात के खतरे को भी कम करता है। एक-एक चम्मच शहद, अदरक और नींबू के रस को गुनगुने पानी में मिलाकर सप्ताह में दो-तीन बार पीना चाहिए। यह ब्लड प्रेशर के लिए बहुत अच्छा टॉनिक है।
लहसुन:
रक्त का गाढा़ होना हाई बीपी का सबसे प्रमुख कारण होता है। लेकिन लहसुन रक्त के थक्के को जमने नहीं देता। यह कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को नियंत्रित करता है। इस तरह से लहसुन ब्लड प्रेशर को ठीक करने में बहुत मददगार घरेलू उपाय है।