
गर्म नमक वाला पानी
नाभि में होने वाले इंफेक्शन के लिए के लिए नमक वाला पानी काफी फायदेमंद होता है। पानी की गर्माहट इंफेक्शन वाली जगह पर रक्त प्रवाह पर को बढ़ा देती है और नमक नमी को अवशोषित कर लेता है। इसके लिए एक कप गर्म पानी में एक चमम्च नमक मिला लें। अब इस पानी में कॉटन को भिगोकर नाभि का साफ करें। उसके बाद इसे अच्छी तरह सुखा लें। दोबारा इंफेक्शन ना हो इसके लिए जीवाणुरोधी क्रीम का इस्तेमाल करें। इस तरह से दिन में 1-2 बार करें।
टी ट्री ऑयल
नाभि पर इंफेक्शन जीवाणु के कारण होता है। टी ट्री ऑयल में मौजूद एंटीफंगल, जीवाणुरोधी और एंटीसेप्टिक गुण होते हैं। जो इंफेक्शन के लिए फायदेमंद होते हैं। इसके लिए 1 चम्मच नारियल के तेल में 4-5 बूंदें टी ट्री ऑयल की मिलाएं। अब इस तेल को कॉटन की मदद से नाभि पर लगाएं। इसे 10 मिनट तक लगे रहने दें। उसके बाद टिशू की मदद से साफ कर लें। इस तरह से दिन में 2-3 बार करें।
सफेद सिरका
नाभि के इंफेक्शन को दूर करने के लिए सिरका बहुत ही फायदेमंद है। सिरके की एसिडिक प्रवृत्ति इंफेक्शन से लड़ने और फैलने की रोकथाम करती है। इसके लिए 2 चम्मच गर्म पानी में 1 चम्मच सिरका मिलाएं। अब कॉटन बॉल की मदद से इसे प्रभावित क्षेत्र पर लगाएं। इसे 10-15 मिनट तक लगे रहने दें। उसके बाद गर्म पानी की मदद से इसे साफ कर लें और सुखा लें। इस तरह हफ्ते में 2-3 बार करें।
एलोवेरा
एलोवेरा में एंटी इंफ्लेमेट्री गुण होते हैं नाभि में होने वाले इंफेक्शन को दूर करने में मदद करते हैं। इसका इस्तेमाल करने से दर्द से भी बहुत जल्दी आराम मिलता है। एलोवेरा का इस्तेमला करन के लिए एक एलोवेरा के पत्ते को काटकर उसका जेल निकाल लें। अब इस जेल को नाभि पर लगाएं और सूखने दें। उसके बाद टिशू की मदद से एलोवेरा जेल को हटा दें। इस तरह से दिन में एक बार करें।
हल्दी
हल्दी में एंटीसेप्टिक, एंटीबायोटिक एजेंट होते हैं जो इंफेक्शन से रोकथाम करते हैं। इसके लिए पानी और हल्दी को मिलाकर एक पेस्ट बना लें। अब इस पेस्ट को प्रभावित क्षेत्र पर लगाएं और सूखने के लिए छोड़ दें। सूखने के बाद इसे टिशू की मदद से साफ कर लें। इस तरह से दिन में 2- 3 बार करें। इससे दर्द भी कम होता है और इंफेक्शन फैलता भी नहीं है।