
पपीते के पत्ते का जूस पीने से कई तरह की बड़ी बीमारियों को मात दी जा सकती है. पपीता खाने के ढेरों फायदे हम सभी बहुत अच्छी तरह से जानते हैं लेकिन क्या आपने कभी इसके पत्तों का जूस पीया है. अगर पीया है तो ठीक और नहीं पीया तो पीना शुरू कर दीजिए. क्योंकि पपीता खाने के साथ ही पपीते के पत्ते का जूस पीने से कई तरह की बड़ी बीमारियों को मात दी जा सकती है.
वैसे तो ज्यादातर डेंगू और चिकनगुनिया के रोगियों को इसका जूस पीने की सलाह दी जाती है. लेकिन अगर आप ताउम्र स्वस्थ रहना चाहते हैं तो इसे अपनी डाइट में शामिल किया जा सकता है.
आइए जानें, पपीते के पत्ते का जूस पीने के फायदे…
1. कैंसर सेल्स का बढ़ने से रोके
पपीते के पत्तों में कैंसररोधी गुण होते हैं जो कि इम्यूनिटी को बढ़ाने में मदद करते हैं और सर्वाइकल कैंसर, ब्रेस्ट कैंसर जैसे कैंसर के सेल्स को बनने से रोकते हैं.
2. इंफेक्शन से बचाए
शरीर की इम्यूनिटी को बढ़ाने के साथ ही पपीते के पत्तों का जूस शरीर में बैक्टीरिया की ग्रोथ रोकने में भी सहायक है. यह खून में वाइट ब्लड सेल्स और प्लेटलेट्स को बढ़ाने में भी मदद करता है.
3. डेंगू की रामबाण दवा
डेंगू और मलेरिया से लड़ने में पपीते की पत्तियों का जूस काफी लाभकारी रहता है. यह बुखार की वजह से गिरती प्लेटलेट्स को बढ़ाने और शरीर में कमजोरी को बढ़ने से रोकता है.
4. पीरियड्स के दर्द को करे दूर
पीरियड्स में होने वाला दर्द बहुत जानलेवा होता है और ऐसे में अगर पपीते की पत्ती को इमली, नमक और 1 ग्लास पानी के साथ मिलाकर काढ़ा बनाया जाए और इसे ठंडा करके पिया जाए तो काफी आराम मिलता है.
5. खून की कमी में लाभदायक
पपीते के पत्ते का रस की औषधि से कम नहीं है. अगर आपकी ब्लड प्लेटलेट्स कम हो रही हैं तो इसे पीने से ब्लड प्लेटलेट्स बढ़ जाती हैं. बस रोजाना इस जूस को दो चम्मच लगभग तीन महीने तक पिएं.
6. मोटापे की समस्या
मोटापे के कारण शरीर में अनेक रोग हो जाते हैं और मोटापा हमारी सुंदरता को भी नष्ट करता है। यदि आप भी मोटापे की समस्या से जूझ रहे हैं तो पपीते के पत्ते का रस आपको बहुत फ़ायदा पहुँचा सकती हैं।
पपीते में अनेक पोषक तत्व पाए जाते हैं जो बैक्टीरीया, वाइरस या अन्य सूक्ष्मजीवों के संक्रमण से शरीर की रक्षा करते हैं। पपीते की पत्तियों के रस में पाया जाने वाला कॉर्पेन नामक यौगिक शरीर की संक्रमण से रक्षा करता है।
डेंगू एक गंभीर बीमारी है। हालाँकि डेंगू के लिए अनेक दवाएँ जैसे एसपिरिन या इबुप्रोफेन आदि खोज ली गई हैं लेकिन ये दवाएँ शरीर पर अनेक दुष्प्रभावों को भी दर्शाती हैं।
पपीते में अनेक प्रकार के विटामिन्स, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, कैल्सीयम, फास्फोरस, आयरन, सोडियम, मैग्नीशियम आदि पाए जाते हैं। इसमें फाइबर की भी प्रचुर मात्रा पायी जाती है ।फाइबर आँतों की दीवारों को चिकना और मल को मुलायम कर देता है जिससे कि क़ब्ज़ की समस्या दूर होती है।
जैसा कि हम जानते हैं कि मलेरिया प्लाज़मोडियम वाईवैक्स नामक विषाणु से फैलता है। यदि आप को मलेरिया से बचाव करना है तो आपको पपीते की पत्तियों के रस का सेवन करना चाहिए। इसमें पाए जाने वाले तत्व मलेरिया के विषाणु को नष्ट कर देते हैं और शरीर की मलेरिया से रक्षा करते हैं।
पपीते की पत्तियों में पाया जाने वाला कारपेन नामक एंजाइम शरीर में सफ़ेद रक्त कोशिकाओं के उत्पादन की वृद्धि की दर को बढ़ाता है। सफ़ेद रक्त कणिकाएं वाइरल, बैक्टीरियल तथा किसी भी प्रकार के अन्य संक्रमण से शरीर की रक्षा करती हैं।
पपीते की पत्तियों में पाया जाने वाला एंजाइम शरीर की अनेक प्रकार के कैंसरों से रक्षा करता है। कार्पेन नामक एन्जाइम कोशिकाओं को अनियंत्रित रूप से विभाजित नहीं होने देता है और इस प्रकार शरीर में कैंसर नहीं बनता है। पपीते की पत्तियों के रस का सेवन करने से प्रोस्टेट कैंसर, लिवर कैंसर, स्तन कैंसर, फेफड़ों के कैंसर आदि से शरीर की रक्षा होती है।
पपीते की पत्तियों से निकाला गया रस एक्ज़िमा के उपचार में प्रयोग किया जाता है। यदि आपको यह समस्या है तो त्वचा को स्क्रब करने के बाद पपीते की पत्तियों का रस लगाएं। यह एक्जिमा की समस्या से निजात देता है।
पपीते की पत्तियों में पाया जाने वाला विटामिन ए और विटामिन सी त्वचा की संक्रमण से रक्षा करता है और त्वचा को स्वस्थ बनाता है। पपीते का फेस पैक भी चेहरे पर लगाया जाता है।
पपीते की पत्तियों को तोड़कर निकाला गया दूधिया रस एड़ियों की सख़्ती को कम करता है। यदि आपकी एड़ियां बहुत ही कठोर और फटी हुई है तो पपीते की पत्तियों का दूध अपनी एडियों पर लगाए। यह एड़ियों को मुलायम व सुंदर बनाएगा।