हल्दी बहुत गुणकारी मानी गई है और इसका इलाज बहुत सारी बीमारियों में किया जाता है। अक्सर लोग बवासीर के समस्या के समय बहुत परेशान रहते हैं और तरह मार्केट में मिलने वाली कई सारी बवासीर का इलाज करने वाली दवाइयों का सेवन करने लगते हैं। लेकिन उन्हें कोई फायदा नहीं मिलता है। इसलिए खास आज हम आपके लिए बवासीर का हल्दी से गुणकारी इलाज कैसे किया जाता है यह जानेंगे।
पाइल्स का हल्दी से इलाज करने के लिए क्या करना चाहिए ?
वैसे देखा जाए तो पाइल्स का इलाज जल्दी करने के लिए हल्दी बहुत गुणकारी है , हल्दी का इस्तेमाल करने से आपको पाइल्स में जल्दी राहत मिलेगी। बवासीर के समय हमें बहुत पीड़ा होने लगती है ऐसी पीड़ा को कम करने के लिए आपको –
नारियल का तेल का इस्तेमाल हल्दी पाउडर के साथ :
नारियल का तेल बहुत ही गुणकारी माना गया है , यदि आप नारियल के तेल में थोड़ा सा हल्दी पाउडर मिलाकर इसे अपने पाइल्स की जगह पर यानी कि बवासीर वाली जगह पर हल्के हाथों से या कॉटन का इस्तेमाल करके लगाने से आपको गुदा के हिस्से पर होने वाले बवासीर से राहत मिलती है।
एलोवेरा जेल और हल्दी से करें बवासीर का इलाज :
थोड़ा सा एलोवेरा जेल लेकर आपको उसमें एक चम्मच हल्दी पाउडर मिलाना है। रात मैं नियमित सोने के समय आपको अपनी गुदा पर और बवासीर वाली जगह पर इस लेप को लगाना है। दो हफ्तों तक लगातार ऐसा करने से आपको बवासीर में जल्द ही राहत मिलेगी।
देसी की और हल्दी से करें एलोवेरा का रामबाण इलाज :
जैसे कि हर किसी को पता है देसी घी बहुत ही गुणकारी है , नियमित तरीके से देसी घी का सेवन करने से आपको कई सारी समस्याओं से छुटकारा मिलता है। ठीक इसी प्रकार बवासीर के समय थोड़ी सी देसी घी को लेकर उसमें एक चम्मच हल्दी मिलाना है। इस मिश्रण को कॉटन के बॉल से अपने खुदा की हिस्से पर या अपनी बवासीर वाली जगह पर नियमित तरीके से लगाना है। कुछ ही दिनों में आपका बवासीर का रामबाण इलाज हो जाएगा।
दूध हल्दी और काला नमक करेगा बवासीर को दूर :
एक कप बकरी का दूध लेकर इसमें एक चम्मच हल्दी और आधा चम्मच काला नमक मिलाकर सेवन करने से बवासीर में फायदा मिलेगा। बवासीर होने के कारण आपको बहुत परेशानी हो सकती है इसीलिए आप इस इलाज को इस्तेमाल करेंगे तो आपको जरूर फायदा मिलेगा।
नहाने का टब और हल्दी का इस्तेमाल :
यदि आप बाथ टब में नहा रहे होंगे तो आपको नहाने के पानी में या टब में दो चम्मच हल्दी को मिलाकर उस पानी में आपको 15 मिनट के लिए बैठना है। ऐसा तीन-चार दिन लगातार करने से आपके त्वचा के विकार दूर हो जाएंगे और आपके खुदा का बवासीर ठीक हो जाएगा।
पेट्रोलियम जेली और हल्दी पाउडर का इस्तेमाल :
पेट्रोलियम जेली में थोड़ी सी हल्दी पाउडर मिलाकर यदि आप इसे अपने बवासीर की जगह पर लगाते हैं तो आपके बवासीर का इलाज हल्दी के इस्तेमाल से हो जाएगा। हल्दी के इस्तेमाल से बवासीर का इलाज करने के लिए यह रामबाण उपाय हैं । आप इस जगह पर वेसिलीन को बवासीर वाली जगह पर भी इस्तमाल कर सकते हो।
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ये भी आजमाएं
बवासीर या पाइल्स मलद्वार के चारों ओर नसों के फूलने या सूजन को कहते हैं। इसमें गुदा पर मस्से जैसे उभार हो जाते हैं। मस्से या तो गुदा के अंदरूनी हिस्से पर होते हैं, या गुदा के चारों ओर। नसों में अंदरूनी सूजन ज्यादातर कम कष्टकारी होती है, परंतु वहीं नसें सूजकर बाहर तक उभर आती हैं, तो ये समस्या बेहद कष्टकारी हो जाती है।
इसमें मलद्वार से रक्तस्त्राव होने से मरीज बेहद कमजोर हो जाता है। समस्या गंभीर रूप ले लेने पर मरीज की मौत तक हो सकती है। बवासीर के मरीज को बैठने में बेहद तकलीफ होती है, यहां तक कि दर्द से रात में नींद तक नहीं आती। यहां हम पढ़ेंगे कि, कैसे हल्दी का प्रयोग करके बवासीर जैसी समस्या छुटकारा पाया जा सकता है। बवासीर के लक्षण : बवासीर में कब्ज की वजह से मल शुष्क हो जाता है। मस्से पहले कठोर होना शुरू होते हैं, जिससे गुदा में चुभन-सी होने लगती है। ध्यान न देने पर मस्से फूल जाते हैं और मल त्याग बेहद तकलीफदेह हो जाता है। स्थिति बिगड़ने पर मल के साथ खून भी आने लगता है।
बवासीर का कारण : बवासीर के कई कारण होते हैं, जिनमें से कब्ज, खराब खान-पान, खाने में फाइबर की कमी, ज्यादा देर तक बैठे रहना, मानसिक तनाव, भारी सामान उठाना प्रमुख हैं। गर्भावस्था में भी ये समस्या देखने को मिलती हैं। हल्दी से बवासीर का इलाज : हल्दी में एंटी इन्फ्लेमेट्री यानी सूजन घटाने वाले गुण होते हैं। इसके साथ ही हल्दी एंटी-सेप्टिक होती है, जो कीटाणुओं को नष्ट करती है। वहीं हल्दी घाव भरने में भी सहायक होती है। पुराने समय से हल्दी को बवासीर का अचूक इलाज माना जाता है। यहां कुछ तरीके दिए हैं जिन्हें आजमाकर हल्दी से दर्दनाक बवासीर का इलाज किया जा सकता है।
1. एलोविरा और हल्दी: आधे चम्मच एलोविरा जेल में एक चम्मच पिसी हल्दी मिलाएं। इसको अच्छी तरह मिलाकर पेस्ट तैयार कर लें। पेस्ट को सोने से पहले मलद्वार के अंदरूनी और बाहरी हिस्से पर लगाएं। एक हफ्ते तक ये तरकीब आजमाने से बवासीर से राहत मिलेगी।
2. पेट्रोलियम जेली और हल्दी: एक चम्मच हल्दी को एक चम्मच पेट्रोलियम जेली के साथ मिलाकर एक पेस्ट तैयार करें। इस पेस्ट को मल त्याग करने से कुछ समय पहले अपनी गुदा के अंदरूनी और बाहरी हिस्सों पर अच्छे से लगा लें। पेट्रोलियम जेली आपके मलद्वार को मुलायम और चिकना बनाती है, जिससे मल त्यागने में आसानी होती है। वहीं हल्दी सूजन और घाव कम करने के साथ दर्द से भी राहत देती है।
3. देसी घी और हल्दी: एक चम्मच देसी घी में आधा चम्मच हल्दी मिलाएं। इसको अच्छी तरह मिलाकर पेस्ट बना लें। इस मिश्रण को रात को सोने से पहले अपनी गुदा के अन्दर और बाहर लगा लें। यह प्रक्रिया दो दिन आजमाने से आपको बवासीर से छुटकारा मिल जाएगा।
4. काले नमक के साथ हल्दी: काले नमक में हल्दी का चूर्ण मिलाकर गुनगुने पानी के साथ पिएं। बकरी के दूध में हल्दी और काला नमक मिलाकर पीने से भी बवासीर में लाभ होगा। 5. मूली और हल्दी: मूली को धोकर छील लें। अब इस पर हल्दी छिड़कर इसे दिन में दो-तीन बार खाएं। 6. दूध और हल्दी: बवासीर होने पर उसके उपचार के साथ इसका बचाव भी जरूरी है। रोजाना गुनगुने दूध में हल्दी मिलाकर पिएं इससे के संक्रमण से बचाव होगा साथ ही अच्छी नींद भी आएगी।
7. टब मे गुनगुना पानी भरकर उसमें हल्दी डालें। इस पानी में निर्वस्त्र होकर आधे घंटे तक बैठें।
8. हल्दी, आक का दूध और शिरीष के बीजों को कूटकर बवासीर के मस्सों पर लगाएं। जलन और दर्द से आराम मिलेगा।
9. किसी साफ रुमाल में बर्फ का टुकड़ा लपेट कर अपनी गुदा पर कुछ देर के लिए लगाएं। इससे दर्द और सूजन में बेहद राहत मिलेगी।
10. हल्दी से इलाज के साथ अपने खान-पान का भी ध्यान रखें। खाने में पानी की मात्रा बढ़ाएं और फाइबर युक्त पदार्थों का सेवन करें। दूध में ईसबगोल मिलाकर पिदएं। ज्यादा देर तक एक जगह पर न बैठें। व्यायाम को अपनी दिनचर्या में शामिल करें। खाने में जैतून का तेल और घी भी शामिल करें। इसके आलावा नारियल पानी और दाने सहित अनार भी खाएं। तले-भुने गरिष्ठ भोजन से परहेज करें।
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