
गर्म पानी में एक चम्मच नमक डालकर गरारे करने से गले की सूजन में काफी लाभ होता है। आपको गरारे दिन में ३-४ बार करने हैं।

काली मिर्च, सेंधा नमक, पीपल और केवरी मोथा को बराबर मात्रा में लेकर पीस लें और एक शीशी में भर लें। इसके बाद इसे शहद में मिलाकर बाहरी गालों और कंठ पर लेप करें।

चुटकी भर दालचीनी एक चम्मच शहद में मिलाकर प्रतिदिन ३ बार चूसने से टॉन्सिल के रोग में लाभ होता है।

ग्लिसरीन को कॉटन के फाये से टॉन्सिल पर लगाने से सूजन कम हो जाती है। या गर्म पानी में ग्लिसरीन मिलाकर कुल्ला करने से गले में काफी आराम आता है।

एक पान का पत्ता, २ लौंग, आधा चम्मच मुलेठी, ५ मि.ली. पिपरमेंट को एक गिलास पानी में मिलाकर काढ़ा बनाकर रोगी को पिलाने से टॉन्सिल में लाभ होगा।

१ चम्मच अजवाइन को १ गिलास पानी में डालकर उबाल लें। फिर इस पानी को ठंडा करके उससे कुल्ला और गरारे करने से आराम आता है।

कच्चे पपीते के हरे भाग को चीरकर उसके दूध को १ गिलास गुनगुने पानी में डालकर गरारे करें। इससे टॉन्सिल में लाभ मिलता है।

लहसुन की एक गांठ को पीसकर पानी में मिलाकर गर्म करके उस पानी को छानकर गरारे करने से टॉन्सिल की बीमारी में लाभ मिलता है।
